Wo jo kisi bhi rishte ka nya nya phase hota hai usme Kai batein bahut hi khoobsurat hoti hai ek dusre ko Janna ,pehchanna,manna or ek dusre k liye kuch bhi kar jana. Lekin in sabke beech hame Kai or cheezo par bhi dhyan dene ki j…
Wo jo kisi bhi rishte ka nya nya phase hota hai usme Kai batein bahut hi khoobsurat hoti hai ek dusre ko Janna ,pehchanna,manna or ek dusre k liye kuch bhi kar jana. Lekin in sabke beech hame Kai or cheezo par bhi dhyan dene ki j…
कुछ दिनों पहले ही तो मिले थे और तभी तो इजहार ए इश्क किया था ऐसा लगता है कितना वक्त हुआ साथ रहते हुए पर अभी तक ये बात किसी को बताई ही नही.... ऐसी जैसी कई बातों को समेटे एक नई कविता सुनिए । © shivangi
हम अक्सर चाहते है की हम जिंदगी की सारी महत्वपूर्ण चीजे एक ही बार में और जिंदगी के एक ही पड़ाव में हासिल कर ले । लेकिन ऐसा कर पाना हर किसी के बस में नहीं होता । कई बार हमें उनमें से एक या दो चीजों को जाने देना पड़ता है। फिर यह…
दिन भर बीत जाए इस ऊहापोह में की ये क्यों नही मेरे संग रात भर गुजर जाए इस मोह में की मैं ही क्यों खुद के संग मध्य का हर पहर गवाह इस राज का के कैसे हर शाम रहती मेरे रंग । सवेरे की रोशनी मन मोह लेती बिखर के अपने ही ढंग। फिर भी क…
बारिश का मौसम और हाथों में वो चाय का प्याला वो तो इतना भारी नही पर मन में उबल रहा वो ख्यालों का अंबार नही जाता संभाला। नजरे उन टपकती हुई एक एक बूंद के साथ उन ख्यालों से कुछ पुराने से कुछ अजीज से किस्सों की एक फिल्म सी चला देती …
प्रिय सखी तेरा होना मेरे संग क्या किसी फरिश्ते से कम है अब अक्सर ही देखती हूं खुद को ऐसा जिसमे मेरी आंखें नम है । जिंदगी के हर पहलू मे मेरे संग रहेगी क्या ? जो मै लड़खड़ाऊं किसी पल मे तो मुझको संभाल लेगी क्य…
Tumhare sath rhna acha lagta hai Tumse baat karna har pal ko sachha karta hai Tumhari ger mojudgi k ahsas se Han ye dil thoda...sa darta hai Milne ki nyi wajaho k liye ye Mann har halaton se larta hai. Tum rukkar jo mujhse do cha…
वो जो हमारा हर दिन बनाती है रात की कहानियों से हर खूबसूरत जगह घूमाती है वो होती है मां... जिनके इर्द गिर्द हमारी पूरी दुनिया समाती है। ऐसी कुछ lines हम किसी खास दिन तो खूब सुनाते है मगर हर रोज तो उनके बनाए हर खाने मे, कोई नुस्ख न…
आज बहुत वक्त बाद बीच अंधेरे की तादाद सारे ख्यालों के बाद मुझे आई तेरी वो याद। वो लम्हा था आंखों के सामने जो लगा था उस पल को थामने एक चेहरा भी था पहचान मे पहर की रोशनियां लगी थी उसकी शान मे। कोई अज़ीज़ ही होगा वो जो ख्यालों की…
मां की उपस्थिति और अनुपस्थिति का हमारे जीवन में क्या महत्व है इस बात को कुछ गहराई से सीखने का एक अनचाहा अवसर मिला । हां ... अनचाहा क्योंकि कौन ही इस एहसास को करीब से जानना चाहेगा। इसकी शुरुआत तो उस वक्त से ही हो गई थी जब वो घर…